विश्व योग दिवस 2025: ‘Yoga for One Earth, One Health’—शरीर से धरती तक का संतुलन”

International Day of Yoga 2025
International Day of Yoga 2025

 

आज का संदेश: योग से स्वास्थ्य, धरती से संतुलन 🌍 International Day of Yoga 2025

21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Day of Yoga 2025) पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। 2025 की थीम “Yoga for One Earth, One Health” इस बात पर ज़ोर देती है कि केवल अपने शरीर की फुर्ती ही नहीं, बल्कि हमारे सभी कार्य और जीवनशैली हम उन पर निर्भर करते हैं—वायु, जल, भोजन और मौसम से प्रभावित होती हैं (pib.gov.in)।

🧠 “One Earth, One Health” का अर्थ: International Day of Yoga 2025

  • Yoga for One Earth: जब हम योग से मन और शरीर को संतुलित रखते हैं, तो हम उदार, सजग और प्रकृति के प्रति जिम्मेदार बनते हैं। ये हमें जागरुक बनाता है—प्लास्टिक उपयोग से लेकर ऊर्जा बचाने तक ।
  • One Health: शरीर, मन, पर्यावरण, और समाज—इन चारों हिस्सों का संतुलन और देखभाल योग से संभव है। प्राणायाम (सांस नियंत्रण), आसन, और ध्यान से इम्यूनिटी बढ़ती है, तनाव घटता है और मन साफ़‑संयमित होता है ।

पाषाण—परंपरा से आज तक: योग का महत्त्व

  1. मूल वंश
    प्राचीन भारत की देन योग का जन्म हजारों साल पहले हुआ। इसका शाब्दिक अर्थ ‘जोड़ना’ है—मन‑शरीर‑पर्यावरण को एक सूत्र में बांधना (indiatimes.com, m.economictimes.com)।
  2. संयुक्त राष्ट्र स्वीकृति
    2014 में भारतीय प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव रखा, जिसे UN ने गणनाओं के साथ मंज़ूरी दी (175 देशों का समर्थन) और 2015 से हर साल 21 जून को मनाया जा रहा है (en.wikipedia.org)।
  3. इस वर्ष की विशेषताएँ
    • योग संगम: 1 लाख से अधिक स्थानों पर synchronized योग, 6:30–7:45 AM, PM मोदी के साथ विशाखापट्टनम में (edexlive.com, pib.gov.in)।
    • हरित योग: पर्यावरण‑दोस्त एजेंडों—पेड़ लगाना, स्वच्छता अभियान जैसे गतिविधियों के साथ योग सत्र ।

लाभ: व्यक्तिगत, सामाजिक, वैश्विक

  • शारीरिक स्वास्थ्य: लचीलापन बढ़ता है, मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं और हृदय‑स्वास्थ्य बेहतर होता है ।
  • मानसिक शांति: ध्यान और प्राणायाम के द्वारा चिंता, तनाव और अवसाद कम होते हैं—आंतरिक शांति मिलती है ।
  • पारिस्थितिकी संतुलन: योग हमारे जीवनशैली को सरल और टिकाऊ बनाता है—हरित तरीकों को अपनाने में प्रेरित करता है ।

आप भी कैसे शामिल हों?

  • स्थानीय इवेंट्स में भाग लें: आपके शहर में योग संगम, हरित योग, योग बंधन जैसे कार्यक्रम हो रहे हैं—जुड़ें!
  • घर पर अभ्यास: Common Yoga Protocol का 45‑60 मिनट का सत्र करें—आसन, प्राणायाम और ध्यान (pib.gov.in)।
  • पर्यावरण के लिए कदम: योग सत्र के साथ पेड़ लगाएं, प्लास्टिक छोड़ें, कम ऊर्जा उपयोग करें।
  • डिजिटल सहभागिता: online webinars में भाग लें, MyGov या AIJA जैसी संस्थाओं द्वारा आयोजित ऑनलाइन “Yoga for One Earth, One Health” सत्रों का हिस्सा बनें (aija.org)।

समग्र दृष्टिकोण

“Yoga for One Earth, One Health” केवल आज तक सीमित नहीं है—यह एक ट्रेंड नहीं, बल्कि ज़िन्दगी की एक शैली है। हमें खुद की देखभाल के साथ, पर्यावरण बचाने की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। जब हम ध्यान से सांस लेते हैं, आसन करते हैं और पर्यावरण‑अनुकूल क्रियाएँ अपनाते हैं, तो हम खुद को, अपने समाज को और अपनी पृथ्वी को स्वस्थ बनाते हैं।

आज के योग का उद्देश्य है — अपने भीतर की ऊर्जा को जगाएं, अपने आसपास सकारात्मक बदलाव लाएं, और एक स्वस्थ, संतुलित भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाएं। चलिए, इस विश्व योग दिवस पर योग को एक दिन की गतिविधि न मानें, बल्कि उसे साथी दोस्त, संरक्षक, व रास्ता बनाएं—मानवता और धरती का कल्याण एक साथ संभव है।


💡निष्कर्ष:
विश्व योग दिवस 2025 की यह थीम हमें याद दिलाती है कि हर आसन, हर सांस, और हर पहल सिर्फ हमारे लिए नहीं। योग द्वारा जीवन का संतुलन तब मुकम्मल होता है—जब हम स्वयं के साथ, धरती और समाज के साथ भी संतुलित रहें। आइये, आज से शुरुआत करें—स्वस्थ तन, शांत मन और एक स्वस्थ ग्रह की जिम्मेदारी लें।

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By Manoj

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