कांग्रेस ने Prime Minister Narendra Modi के निकिल कामथ के साथ पॉडकास्ट इंटरव्यू के बाद उन पर तंज कसा और इसे ‘डैमेज कंट्रोल’ बताया। यह टिप्पणी मोदी द्वारा पहले खुद को ‘गैर-जीवित’ (नॉन-बायोलॉजिकल) बताने के दावे के बाद आई है। मोदी ने अपने गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यकाल पर विचार साझा करते हुए राजनीति में मिशन-चालित व्यक्तियों के महत्व पर जोर दिया।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने शुक्रवार को Prime Minister Narendra Modi का मजाक उड़ाया, जब उन्होंने पहली बार पॉडकास्ट में ज़ेरोधा के को-फाउंडर निकिल कामथ के साथ “पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ” चैनल पर उपस्थिति दर्ज कराई।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि Prime Minister Narendra Modi का यह इंटरव्यू उस बयान के बाद ‘डैमेज कंट्रोल’ है, जिसमें उन्होंने आठ महीने पहले खुद को ‘गैर-जीवित’ (नॉन-बायोलॉजिकल) बताया था।।
This from a man who proclaimed his non-biological status just eight months back. This is clearly damage control pic.twitter.com/hBPp5QJl0Y
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 10, 2025
जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “यह उसी व्यक्ति की बात है जिसने सिर्फ आठ महीने पहले खुद को ‘गैर-जीवित’ (नॉन-बायोलॉजिकल) घोषित किया था। यह स्पष्ट रूप से डैमेज कंट्रोल है।
बातचीत के दौरान Prime Minister Narendra Modi ने अपने गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यकाल के एक भाषण को याद करते हुए कहा, “जब मैं मुख्यमंत्री बना, तो अपने एक भाषण में मैंने कहा था कि मैं अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। दूसरा, मैं अपने लिए कुछ नहीं करूंगा। तीसरा, मैं एक इंसान हूं, मुझसे गलतियां हो सकती हैं, लेकिन मैं बुरी नीयत से कोई गलती नहीं करूंगा। मैंने इन्हें अपने जीवन के मंत्र बना लिया।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने कुछ बात असंवेदनशील तरीके से कही थी। गलतियां होती हैं। मैं इंसान हूं, भगवान नहीं।”
Prime Minister Narendra Modi ने लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें लगता है कि वह जैविक नहीं हैं, बल्कि भगवान द्वारा भेजे गए हैं। इस टिप्पणी ने काफी सुर्खियां बटोरीं और कांग्रेस ने उन्हें “गैर-जीवित” और “दिव्य” कहकर तंज कसा।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने राजनीति में सार्वजनिक सेवा-उन्मुख व्यक्तियों की भागीदारी पर जोर दिया और कहा कि उन्हें व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के बजाय मिशन से प्रेरित होना चाहिए। (Btrue News)
हालांकि प्रधानमंत्री नियमित रूप से ‘मन की बात’ कार्यक्रम की मेजबानी करते हैं और टेलीविजन इंटरव्यू में दिखाई देते हैं, लेकिन यह उनका पॉडकास्टिंग की दुनिया में पहला कदम है।